कुछ मंजिले दूर सही ,
कुछ चाहते अधूरी ही सही ,
कुछ सपने बस आँखों में रहे
दिल के अरमान दिल में ही सही
ये दुनिया कभी मेरी थी ही नहीं ,
चाहत तो केवल एक हँसी की थी
उसकी खोज में हम अब भी है
जीवन एक संघर्ष आज भी तो है ।
बस होठों की मुस्कान दिल से नहीं
लबों की हँसी में भी वो बात नहीं
लेकिन जीना है बस इसी के लिए
हाँ , ये अरमान आज भी वही ..
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