Sunday, February 23, 2020

कुछ बोल - 1

वो तूफ़ान नहीं दिखता 
वो संघर्ष नहीं दिखते 
वो दिल की कशमकश, अरमान नहीं दिखते 
इस चेहरे पर ना जाना मेरे दोस्त 
इस पर आवरण की वो परत नहीं दिखती 

Thursday, January 30, 2020

तुम

तेरी आँखों में एक अक्स नज़र आता हैं
सूनी राहों को एक हमसफ़र मिल जाता हैं
जो देखें थे सपनें मैंने खुली निगाहों से
उन सपनों को अब एक रूप -रंग मिल जाता है

सोचा नहीं था कभी, माँगा भी नहीं
चाहते क्या, ये पता भी था नहीं
पर तुमसे मिलकर ऐसा लगता है
दिल की हर आरज़ू को एक चेहरा मिल गया
मन के हर घाव पर, मरहम लग गया

वक़्त ने जो लाख दर्द दिए 
वो घाव कल भी थे और आज़ भी हैं 
पर तेरे हाथों में हाथ लिए 
अब ये घाव भर जाते है 

जो तूफ़ान उठा था दिल में कहीं 
वो कल भी था और आज़ भी है 
पर तेरे प्यार की कश्ती में 
ये तूफां नहीं रोक पाएगा हमें 

सुना था प्यार में लोग बदल जाते हैं  
अपने पराए और पराए अपने हो जाते हैं  
पर तुम्हारे प्यार ने वो सिला दिया ,
अपनों को क़रीब ला दिया है 

ये तेरा असर नहीं, तो क्या है
अब हर तस्वीर सुहानी लगती है 
अब इस जीवन की हर मुश्किल 
एक हंसी कहानी लगती है